हिरणों की दौड़ने की गति 90 किमी प्रति घंटा है। बाघ की गति 60 किमी प्रति घंटा है।
विश्वास नहीं हो रहा न … ? फिर भी , बाघ हिरण का शिकार करता है ।
क्योंकि हिरणों के मन में एक डर होता है कि हम बाघ से कमज़ोर हैं और वही डर उन्हें बार – बार पीछे देखने पर मजबूर करता है …। यह उसकी गति और मनोबल को कम करता है, और उस बाघ का शिकार बन जाता है !
यही सच कोरोना का है । कोरोना से कई गुना रोग प्रतिरोधक शक्ति हमारे पास अधिक है । हमारा मनोबल और गति केवल भय के कारण कम हो जाता है और हम बीमार हो जाते है।
अपना ख्याल रखें, सुरक्षित रहे।
सकारात्मक सोचे, सकारात्मक रहे।
अपने आस-पड़ोस, और दोस्तों में सकारात्मकता ही फैलाए।
📖✍️🎤 “दिल्ली नरेश”