बीमारों, वरिष्ठ जनों और युवाओं के भविष्य पर ध्यान धरो!
पहले मस्जिद के लाउड स्पीकरों से निकलती थी अजान!
अब तो मंदिर के लाउड स्पीकरों से भी हनुमान चालीसा के रूप में निकल पड़े हैं..”हनुमान”
बता रहे हैं,
अपनी अपनी पहचान!!
जहां… बीमार और वरिष्ठ जन मजबूर है!
अपनी पीड़ा कह नहीं पाते ?
वहीं…पढ़ने वाले बच्चे और युवा हो रहे हैं…”परेशान”
सभी कह रहे हैं,
हम पर रहम करो!!
हे अल्लाह – हे भगवान
आप तो हमारे दिलों में बसते हो, सभी को सद्बुद्धि और ज्ञान दो ! विश्व को महान भारत की पहचान दो!!
📖✍🏻🎤 दिल्ली नरेश, “मीडिया पुलिस पब्लिक”